सामाजिक समरसता एवं सहयोग विषयक बैठक

सामाजिक समरसता एवं सहयोग विषयक बैठक
सामाजिक समरसता एवं सहयोग विषयक बैठक


सामाजिक समरसता को सशक्त बनाना समय की आवश्यकता -  भाटी 


बीकानेर, 26 मई। सामाजिक समरसता को सशक्त बनाना समय की आवश्यकता है। समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने एवं सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण हेतु सभी वर्गों को एकजुट होकर समवेत प्रयास करने की आवश्यकता है। ये विचार पूर्व सिंचाई मंत्री देवीसिंह भाटी ने जस्सूसर गेट के बाहर स्थित लक्ष्मीनाथ जी मंदिर परिसर में आयोजित सामाजिक समरसता एवं सहयोग विषयक बैठक में व्यक्त किए । भाटी ने कहा वर्तमान में सामाजिक समरसता की कमी होने लगी है जो आने वाली पीढ़ियों के लिए अच्छा सन्देश नहीं है।हमें मिलजुल कर इस समरसता को पुनः कायम करना होगा। किसी भी समस्या को सुलझाने में समाज के लोगों की भूमिका अहम होती है इसलिए समाज के लोग आगे आएं और समस्याओं का निपटारा अपने स्तर पर करें सरकारो के भरोसे न रहें।  उन्होंने कहा, “हर व्यक्ति जब सामाजिक कर्तव्यों को सामूहिक भावना से निभाएगा, तभी समाज में सकारात्मक परिवर्तन और एक नई सांस्कृतिक क्रांति का सूत्रपात संभव होगा।” उन्होंने घोषणा की कि भविष्य में भी बीकानेर के विभिन्न मंदिरों एवं सार्वजनिक स्थलों पर इस प्रकार की संवादात्मक बैठकों का आयोजन किया जाएगा।  इस अवसर पर कर्नल हेमसिंह, समाजसेवी देवकिशन चांडक, पार्षद सुधा आचार्य, संत छैल बिहारी जी ने विचार रखे।इस अवसर पर राजेन्द्र प्रसाद चांडक, शिवरतन थानवी, ओमप्रकाश व्यास, राजेश स्वामी, मदनमोहन रंगा, गोविंद नारायण किराड़ू, महावीर रामावत, पूनम चंद सोनी, दीवानचंद खत्री, मदन मोहन मल, गोकुलदास डागा, अंजनी कुमार, सत्यनारायण देवड़ा, राजू चांडक, छगनलाल पंवार, कमल किशोर पारीक, धर्मवीर स्वामी सहित अनेक गणमान्य उपस्थित थे। 

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.