पी, बी, एम, अधीक्षक सुरेन्द्र वर्मा को टीम सावधान इण्डिया 077 के कैप्टन ठाकुर दिनेश सिंह भदौरिया उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह राजपुरोहित
के द्वारा चेतावनी ओर खुली चुनौती युक्त बेधडक दिया आठ सूत्रीय ज्ञापन पत्र,, ज्ञापन मै बच्चा अस्पताल मै 15 बच्चों के जबनर बेवजह नवजात यानि छोटी छोटी उम्र के बच्चों के खून को बिना किसी वजह जाँच हेतु रक्त निकालने वाले रसीडेंट डॉक्टर, नर्सिंग ऑफिसर को कम सें कम 18 माह तक सस्पेंड रखा जावे भदौरिया ने आदिकशक को कहा विभागीय जांच पर हम भरोषा नहीं करते आप कल जयपुर पेस हुए मगर ये केवल विभागीय ओपचारिकताओं के अलावा कुछ नहीं है, फोटो स्टेट मशीनों के जितने भी काउंटर है उनके द्वारा टेंडर के बाहर जाकर ज्यादा वसूली की जाँच कर सभी ठेके निरस्त कर पी, बी, एम, स्टाफ को ही उन काउंटर पर सरकारी फोटो स्टेट सुविधा का प्रावधान लाया जावे, इसी प्रकार 24 सो घंटे सभी अस्पतालो के बाहर स्वयनवभूव अनाफ सनाफ संख्या मै ट्रॉमा सेंटर, हार्ट हॉस्पिटल, पुरानी आपातकालीन विभाग के आस पास केजल्टी के बाहर समाज सेवी के नाम सें वस्तिक सेवा कम दलाली अधिक कर रहे है इस सम्भावना सें इनकार नहीं बल्कि टीम दावा करती है ये स्वँव के द्वारा घोषित समाज सेवी एम्बुलेंस बुकिंग,, सहित निजी डॉक्टरों के के पास बाहर सें आये मरीजों को उनके निजी चिकित्सालय, घर मै दिखाने,, एक्स रे, लेबोरेट्री, अन्य जांचो बावत ही नहीं लावारिस सवों के लिये भी कोई एम्बुलेंस करने तक मै बीच मै पंचायती कर दलाली के गोरख धंधे मै शामिल होने की हरकतें करते है,, यानि बेवजह फ़ालतू मै अनगिनत घूम रहे समाज सेवीओं की भरमार की निगरानी कर गरीबो को राहत दिलाई जावे,,, अस्पताल मै लग भाग 150 सें अधिक एम्बुलेंस की फिटनेस की जाँच, घरेलू गैस सें चल रही एम्बुलेंस,, अनफिट बिना किसी सुविधा की एम्बुलेंस जिनमे कोई मरीज को लाने ले जाने के समय उस एम्बुलेंस मै केवल शीट मरीज के लेटने के स्ट्रेक्टचर के अलावा 95 प्रतिशत एम्बुलेंस अनफिट है इस ओर गौर किया जावे तथा एम्बुलेंस का एक निश्चित स्थान,, दूरी के हिसाब सें किराया हेतु निगरानी बावत एक विभाग का कर्मचारी लगा कर टोकन सिस्टम प्रारम्भ किया जावे ताकी जो लोग पीढ़ीतों सें डबल किराया ले रहे है उन पर अंकुश लगे,, सभी केंटीनो मै टेंडर के नियमों सें बाहर जाकर सारी केंटीनो मै ऐसा लगता है की जैसे परचून की दूकान है यही नहीं धूम्रपान, जर्दा, गुटखा आदि भी बिक रही है,, इन्ही कुछ केंटीनो के आस पास रात ढलने के सभी प्रकार के ड्रग, डोडा, पोस्त्त, अफीम, एम, डी, स्मेक या सरकारी इसी अस्पताल की मनोरोगिओ को लिखी जाने वाली नशे की दवाएं भी बेचने वाले देर श्याम को रात 11सें 12 बजे तक मिलने की सम्भावना सें इनकार नहीं किया जा सकता यह भी गंभीर जाँच का विषय है, भदौरिया ने ज्ञापन पत्र मै मांग की है की बढ़ते गर्मी के प्रकोप को देखते हुए सभी वार्डों मै पंखो, कुलरों, या ऐ, सी, आदि सभी चालू हालातों मै हो यह निगरानी भी रखी जावे, ठाकुर ने इसी ज्ञापन पत्र मै मांग की है की पी, बी, एम, पुलिस चौकी मै कम सें कम आठ सें अधिक का स्टाफ जरूर लगाया जावे तीनों पारी मै हर समय आठ सें कम का स्टाफ का होना अनिवार्य है क्यूंकि चोरी की सर्वाधिक घटनाये दो तीन साल सें इस अस्पताल प्रांगण के हर कैम्पस मै बढ़ गई है साथ ही जानना वार्ड के सामने खोली गई पुलिस चौकी बंद पड़ी है उसको तुरंत ही खोलते हुए इस चौकी को महिला पुलिस चौकी घोषित कर प्रयाप्त मात्रा मै महिला पुलिस ही लगाई जावे,, भदौरिया ने पी, बी, एम, अधीक्षक को साफ शब्दों मै कहा भले ही कल आप जयपुर जाकर कोई रिपोर्ट प्रस्ताव प्रस्तुत करके आये हो मगर बच्चा अस्पताल मै उन 15 बच्चों के शरीर सें जो खून निकाल कर जबरन जाँच वाला प्रकरण कब सें चल रहा होगा किसकी सह पर चल रहा होगा गहराई सें जाँच इसी अस्पताल के बड़े जाँच अधिकारिओ की वजह दुशरे शहर के सरकारी अस्पताल के वरिष्ठ डॉक्टरों की कमेटी से दुबारा जाँच की मांग की गई,, साथ ही ज्ञापन मै की गई मागों का निस्तारण 15 दिनों मै करके हमारी संस्था को अवगत कराया जावे,,, अन्यथा मजबूरन 16 वें दिन अस्पताल प्रशासन का घेराव किया जावेगा